"Kal Ki Baat" completely describes my JNV Mau (school) life.


Kal Ki Baat .......
" कल की बात "

निद्रा -रीपु भोर की सीटी , कष्ट -दायिनी   भौतिक P.T.
अधखुले पलकों में दौड़ के कुछ चक्कर
अंत में पाना अल्प अंकुरित चना और शक्कर ,
"Call of Nature" की प्रतिस्पर्धा   Race
मिलता Gold Medal सा   Bucket-Case,
अब ,कौवा - स्नान , नाश्ते में ब्रेड -अंशों का खाली परात
तो कभी चखना थाली भर " पीला भात ",
.....बन चुका है कल की बात !!!

 गंदे जूतों के ऊपर सरकारी Dress.
वो कृष्णा की बांसुरी नहीं ,Warning bell ,
Morning Assembly का प्रयाण -गीत
कभी सदविचार ,समाचार ,तो कभी करना परियोजना   कार्य ,
समान्य -ज्ञान के पूछे अनसुलझे सवाल
अब दिनभर गुन-गुनाना "उसका " काव्य पाठ ,
.....बन चुका है कल की बात !!!
 
मस्तिष्क को प्रताड़ित करता पठन -पाठन -अध्याय
मन की त्याग , सुनना "उनकी " आशय -विहीन बकवाश ,
Break और खाली Period में मस्ती का वो अंदाज
कभी खेलना -झगड़ना , तो कभी कल सा, कलम घिसता , हाथ
अब करना "उसके " क्षणिक झलक से अलौकिकता   का एहशाश
,
.....बन चुका है कल की बात !!!
 
ख़त्म होता ऐसे दिन के कुछ पहर
भूख -तृष्णा का भी उग्र कहर
Concave Mirror का आभास कराता उदर ,
थाली नचाते हाथ , तो पग, चलते Mess की राह
वो कच्ची -सुखी रोटियाँ , तो कभी तैल नहाई पूरियां
अधुरा कर जाते पेट और मन की चाह ,
अब श्वान निद्रा का प्रयत्न और प्रयोजन विहीन Remedial Class
....बन चुका है कल की बात !!!



TEA-TIME !! हाथों में लिए गिलास ,चल पड़े संग अपने यार
चाय पीने के बहाने , करने , आखें चार ,
छत पे , Room में ,क्रिकेट के Boundary तगड़े
नियमों को खुद तोड़ना -मरोड़ना ,फिर करना झगड़े ,
कभी Volley , T.T., तो कभी कड़ी धूप   में क्रिकेट से करना बुरा हाल
अब "उन लोगों " के संग खेलना Hand-Ball,
....बन चुका है कल की बात !!!

संध्या गान, विसर्जन और जय-हिंद की Chorus आवाज
तन को अल्प-विराम दे, स्व-अध्ययन का प्रयास ,
रात्रि -भोज पश्चात एक दूजे से करना अपनी दिनचर्या   बयान
करना कभी "इसकी " तो कभी "उसकी " Beauty का हार्दिक- बखान ,
आधी रात छत पे ,मोम-लैंप की बत्ती में लड़ती Carrom की रानी
तो कभी छत पे ही सोना और सुनना - सुनाना बे-सर पैर की कहानी ,
अब बे-फिक्र चैन से आखें मूदना लिए दिल में "उसकी " याद
....बन चुका है कल की बात !!!
 

बारिश में लड़ाना "उन लोगों " से छतरी ,गोया हो जैसे DUTY
खिड़की पे बैठ करना "उनका " इंतज़ार और मारना सिटी ,
इन्द्र--जल में खेल , तोड़ना हड्डी और होना Muddy
शर्दियों   की मृदु धूप में, छत पे ,झाड़ियों   में करना Study,
बचकाना शरारतें , तो कभी हड़ताल से प्रसाशन को बनाना Crazy
"मालिक " से खाना गाज़र -पापड़ी ,बदले में देकर रद्दी ,
अब,कीचड़ की होली , करना यारों संग Group स्नान
.....बन चुका है कल की बात !!!
 
Night-Light गूल होने के बाद का गूंजता शोर
आपस में खनकती थालियाँ , Hand-Pump का अदभुत Roar,
बनना Zero Batch का Hero,तो कभी Villain हो के Late
दुसरे की Plate में भुनना चने ,तो कभी बनाना Omelet,
पढ़ना छोड़ ,रातों को बनाना Malyalam Cheating की युक्तियाँ
रखना   सबके Nickname,खुद ही बनाना एक दूजे की जोड़ियाँ ,
अब, सबके साथ गुजारे लाखों हसीन लम्हे और वो सात साल
.....बन चुका है कल की बात !!!

 



                                                 - Praveen Kumar “POO”
                                                                                                                  11-Aug-09

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